मित्रता पर निबंध, short essay on friendship in hindi (100 शब्द)
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मित्रता पर निबंध हिन्दी में |
सामाजिक प्राणी होने के नाते मनुष्य के लिए यह संभव नहीं कि वह बिना किसी साहचर्य अथवा मैत्री के जीवनयापन करे । रॉबिन्सन क्रूसो की तरह एकाकी जीना मानवीय लक्ष्य नहीं है , अपितु मानव – जगत् के बीच मित्रों और शत्रुओं के मध्य जीना ही सच्चा जीवन है । जीवन के उल्लेखनीय धनों में एक मित्रता भी है , जिसके बिना मानवीय साहचर्य की कल्पना नहीं की जा सकती । मैत्री एक मानवीय आदर्श है , मनुष्य को जीवनधारा का एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव है वास्तविक मित्रता सहज उपलब्ध होनेवाली अथवा बाजारों में बिकनेवाली वस्तु नहीं है । यह एक अमूल्य रत्न है ; क्योंकि मानव इतिहास में लोग मित्रों के लिए अपने प्राण तक न्योछावर करते पाए गए हैं । निश्चय ही , मित्रता एक विलक्षण संपदा है , जीवन की एक अनूठी उपलब्धि है । दिनकरजी ने ठीक ही लिखा है मित्रता बड़ा अनमोल रतन कब इसे तोल सकता है धन ?
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