पाठ-3 भारत से हम क्या सीखें (गोधूलि भाग – 2 गध खंड) Subjective Question 2023 || Bharat Se Hum Kya Sikhe Subjective Question Answer 2024– नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप लोगों का आज एक नए प्रश्न उत्तर ब्लॉग पोस्ट में आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम बिहार बोर्ड के दसवीं कक्षा के हिंदी विषय की गोधूलि पुस्तक में दिए गए सबसे पहली कहानी के प्रश्न एवं उनके उत्तर को जानेंगे तो मेरा आप लोगों से अनुरोध है की कृपया आप लोग इस पोस्ट Bharat se hum Kya sikhe subjective Questions answer को पूरा ध्यान से पढ़ें। इस पोस्ट में बताए जाने वाले प्रश्न उत्तर परीक्षा के नजर से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। और अगर यह पोस्ट आप लोगों को अच्छी लगे तो अपने मित्रों और अपने सहपाठी गेंद के साथ इस पोस्ट को जरुर शेयर करें ताकि उन्हें भी इस पोस्ट से मदद मिल सके।

Note:- दोस्तों यहां पर आपको कक्षा दसवीं हिंदी गोधूलि भाग 2 का बिहार बोर्ड के लिए भारत से हम क्या सीखें पाठ का सब्जेक्टिव प्रश्न दिया गया है एवं उनके उत्तर भी दिए गए हैं जो कि मैट्रिक परीक्षा 2024 के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है यहां पर bharat Se Hum Kya sikhe objective question भी दिए गए हैं यहां पर आपको भारत से हम क्या सीखें (Bharat Se Hum Kya Sikhe) पाठ का प्रश्न उत्तर बहुत ही सरल एवं आसान भाषा में दिया गया है जिसे आप बहुत ही आसानी से पढ़ सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं हम अपने आज के पोस्ट को और जानते हैं भारत से हम क्या सीखें प्रश्न उत्तर।
भारत से हम क्या सीखें हिंदी प्रश्न उत्तर
Q1. लेखक की दृष्टि में सच्चे भारत के दर्शन कहां हो सकते हैं और क्यों?
लेखक की दृष्टि में सच्चे भारत के दर्शन भारतीय ग्रामीण जीवन में हो सकते हैं। भारतीय ग्रामीण संस्कृति में सच्चा भारत निहित है। क्योंकि सच्चाई, प्रेम, करुणा, सहयोग की भावना ग्रामीणों में कूट-कूट कर भरा होता है। इनके समीप होने से आनंद एवं उत्साह का भाव जागृत होता है । इनमें भारत की वास्तविक छवि की झलक मिलती है।
Q2.भारत को पहचान सकने वाली दृष्टि की आवश्यकता किनके लिए वांछनीय है, और क्यों?
भारत को पहचान सकने वाली दृष्टि की आवश्यकता यूरोपियन लोगों के लिए वांछनीय है, क्योंकि भारत ऐसी अनेक समस्याओं से भरपूर है जिनका समाधान होने पर यूरोपियन लोगों के अनेक समस्याओं का निदान संभव है। यहां का निकट से अध्ययन कर के अनेक क्षेत्रों में अन्वेषण किया जा सकता है जिससेेेे विश्व को लाभ मिलना संभव है।
Q3.भारत की ग्राम पंचायतों को किस अर्थ में और किन के लिए लेखक ने महत्वपूर्ण बतलाया है? स्पष्ट करें।
प्राचीन स्थानीय शासन-प्रणाली या पंचायत-प्रथा को समझने समझाने का बहुत बड़ा क्षेत्र भारतीय ग्राम पंचायत में विद्यमान है। जिन लोगों को अत्यंत सरल राजनीतिक इकाइयों के निर्माण और विकास से संबंध प्राचीन प्राचीनयुगीन कानून के पुरातन रूपों के विषय में हुए अनुसंधान की महत्व को समझने की क्षमता प्राप्त करनी है, उनके लिए भारत की ग्राम पंचायतों को लेखक ने महत्वपूर्ण बताया है
Q4.धर्मों की दृष्टि से भारत का क्या महत्व है? अथवा, धर्म की दृष्टि से भारत का क्या महत्व है? भारत से हम क्या सीखें पाठ के आधार पर बताए
भारत प्राचीन काल से ही धार्मिक विकास का केंद्र रहा है। यहां धर्मों के वास्तविक उद्भव, उसके प्राकृतिक विकास तथा उसके अपरिहार्य क्षीयमाण रूप का प्रत्यक्ष परिचय मिलता है। भारत वैदिक धर्म की भूमि है, बौद्ध धर्म की यह जन्मभूमि है, पारसियों के जरथुस्त्र सातारा धर्म की शरण स्थली है । आज भी यहां नित्य नऐ मत- मतान्तर प्रकट एवं विकसित होते रहतेे हैं। इस तरह से भारत धार्मिक क्षेत्र मेंं विश्व को आलोकित करने वाला एक महत्वपूर्णण देश है।
Q5. भारत किस तरह अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है? स्पष्ट करें।
भारत अतीत और भविष्य को जोड़ता है। यहां मानवीय जीवन का प्राचीनतम ज्ञान विद्यमान है।
यहां की भूमि प्राचीन इतिहास से जुड़ी रही है। आज किसी भी ज्वलंत समस्या को जाए तो उसके समाधान हेतु भारत उपयुक्त स्थल है। भावी पीढ़ी की दिशा और दशा तय करने की यह प्रयोगशाला है। यहां की संस्कृत भाषा के द्वारा विश्व को चिंतन की ऐसी धारा मैं अवगहन का अवसर मिलता है जो अभी तक अज्ञात थी। अंत: यह बीते हुए कल आने वाले समय के लिए सेतु के रूप में मान्य है।
Q6 मैक्स मूलर ने संस्कृत की कौन सी विशेषताएं और महत्व बताए हैं?
मैक्समूलर के अनुसार संस्कृत भाषा की पहली विशेषता इसकी प्राचीनता है। इसका काल अन्य भाषाओं से पुराना है।इसके वर्तमान रूप में भी अत्यंत प्राचीन तत्व भली-भांति सुरक्षित हैं। संस्कृत की मदद से, ग्रीक लैटिन, गॉर्थिक और एंग्लो सेक्शन जैसी ट्यूनिक भाषाओं केल्टिक तथा स्लाव विद्यमान समानता की समस्या को हल किया जा सका। इन भाषाओं का पारंपरिक संबंध संबंध को इस ने स्पष्ट कर दिया। संस्कृत इन भाषाओं की अग्रज है। इस प्रकार संस्कृत एक प्राचीन और महत्वपूर्ण भाषा है।
Q7. लेखक ने किस विशेष क्षेत्रों में अभिरुचि रखने वालों के लिए भारत का प्रत्यक्ष ज्ञान आवश्यक बताया है?
लेखक ने बताया है कि जिन्हें भू-विज्ञान में, वनस्पति जगत, में जीवों के अध्ययन, में पुरातत्व के ज्ञान में एवं नीतिशास्त्र जैसे विषयों में विशेष अभिरुचि है उन्हें भारत का प्रत्यक्ष ज्ञान आवश्यक है। इन विषयों के गहन अध्ययन के लिए भारत को निकट से जानना, इसमें छिपे संपदा की जानकारी लेना अत्यावश्यक है।
Q8.भारत के साथ यूरोप के व्यापारिक संबंध के प्राचीन प्रमाण लेखक ने क्या दिखाए हैं?
लेखक के अनुसार यह आसंदिग्ध रूप से प्रमाणित हो चुका है कि सोलोमन के समय में ही भारत, सीरिया और फिलीस्तीन के मध्य आवागमन के साधन सुलभ हो चुके थे। साथ ही इन देशों के व्यापारिक अध्ययन करने पर कुछ संस्कृत शब्दों का प्रयोग मिलता है। इन संस्कृत शब्दों के आधार पर प्रमाणित होता है कि हाथी-दांत, बंदर, मोर और चंदन आदि जिन वस्तुओं के ओफिर से निर्यात की बात बाइबल में कही गई है, बे वस्तुएं भारत के सिवा किसी अन्य देश से नहीं लाई जा सकती । ऐतिहासिक अध्ययन से यह भी ज्ञात होता है कि 10 वीं – 11 वीं सदी में भी भारत के साथ यूरोप के व्यापारिक संबंध बंद नहीं हुए थे।
Q9.लेखक वास्तविक इतिहास किसे मानते हैं? और क्यों?
लेखक किसी विषय के भूल उद्गम- स्रोत तक पहुंचने को उसका वास्तविक इतिहास मानता है। क्योंकि, वहीं से उस विषिय की मौलिकता , उसका विकास तथा उसकी शाखाओं,प्राशाखाओं
तथा जीवन-मूल्य ज्ञात होता है। तथा उसका अध्ययन फलदाई होता है। लेखक संस्कृत, ग्रीक तथा लैटिन इन तीनों भाषाओं का मूल उद्गम स्रोत आय भाषा को मानता है और इसे ही इनका वास्तविक इतिहास कहता है।
Q10.लेखक ने नया सिकंदर किसे कहा है? ऐसा कहना क्या उचित है? लेखक का अभिप्राय स्पष्ट कीजिए।
लेखक ने नया सिकंदर भारत को समझने, जानने एवं संपूर्ण लाभ प्राप्त करने हेतु भारत आने वाले नवागंतुक अन्वेषकों, पर्यटको एवं अधिकारियों को कहां है। भारत विजय का सिकंदर ने स्वप्न देखा था। उसी प्रकार आज भी भारतीयता को निकट से जानने के नवीन स्वप्न दर्शी को आज का सिकंदर कहना अतिशयोक्ति नहीं है। आज भी अध्ययन, शोध, विश्व की विविध प्राचीनतम ज्ञान, विकास सूत्र, प्राच्य, देशों के इतिहास और साहित्य के क्षेत्र में एक से बढ़कर एक शानदार बड़ी-बड़ी अनेक विजय प्राप्त की जा सकती है।
निष्कर्ष:-
दोस्तों हमने इस पोस्ट में बिहार बोर्ड के द्वारा कक्षा 10वीं के मैट्रिक परीक्षा में हिंदी पाठ के प्रथम चैप्टर भारत से हम क्या सीखें पाठ का प्रश्न एवं उत्तर के बारे में जाना हमने इस पोस्ट में जितने भी प्रश्न एवं उत्तर बताए हैं वे सभी बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा के लिए बहुत ही उपयोगी हैं तो मेरा आपसे अनुरोध है कि आप इसे अच्छी तरह से याद करें ताकि यह आपको परीक्षा में मदद पहुंचा सके। तो दोस्तों अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगे तो अपने मित्रों के साथ भी शेयर जरूर करें जिससे कि उन्हें भी भारत से हम क्या सीखें के प्रश्न एवं उनके उत्तर बड़े ही आसानी से समझ आ सके और अगर आपके मन में हमारे इस पोस्ट से संबंधित किसी प्रकार की कोई प्रश्न हो या कोई बात ना समझ में आ रही हो तो आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं हम आपके प्रश्न का उत्तर जल्द से जल्द देने का पूरा प्रयास करेंगे